रावल रतनसिंह (1302-1303 ई.)
- चित्तौड घेराबन्दी के कारण
1) अलाउद्दीन खिलजी की साम्राज्यवादी नीति
2) चित्तौड का सामरिक महत्व
3) पद्मिनी को प्राप्त करने की लालसा
[ स्रोत- पद्मावत (1540 ई )
( मलिक मुहम्मद जायसी ]
[स्रोत- खजाईन-उलू-फुतूह
अमीर खुसरो ]
परिणाम - अलाउद्दीन खिलजी का चित्तौड़ पर
अधिकार
मेवाड का प्रथम शाका
केसरिया - रावल रतनसिंह -1303 ई.
गीरा-बादल (सेनापति)
जौहर रानी पद्मिनी
चित्तौड नाम परिवर्तन
खिज़ाबाद
खिज्र खाँ ने किले की जिम्मेदारी दी - मुहाला मालदेव
(जयसिंह 'जैसा')


